मित्रों मेरा नाम स्वपनिल हे । में आज आप को एक कहानी बताऊंगा । जो की मेरे साथ हुई थी । हमारे रिश्तेदार की शादी थी जो की दुसरे शेहेर में थी । में और मेरा पूरा परिवार उस शादी में गई हुए थे ।
वहा रिश्तेदारों की संख्या कुछ जादा थी । तो रहेने के लिए जगा कम पड़ रही थी । तो मेरे मामा के दोस्त का एक बंगलो था । वहा पर हमारे रहेने की वेवस्ता की गई । मुझे बोहोत मजा आरह था उस घर में । हमने खाना खाया और में अपने कमरे में सोने चला गया ।
जब में सो रहा था तब अचानक कुछ अलग सा मेहेसुस हो रहा था । मतलब हवा कुछ ठण्ड होगी थी । और मुझे एसा लगा की कोई उस कमरे में मोजुद हे । मेने देखा पर कोई वहा दिखा नहीं ।
मेने फिरसे सोनेकी कोशीश की । फिर मुझे एसा महेसुस हो रहा था । तो फिर में उठा और देखा तो कोई ऑरत मेरे सामने कड़ी थी । मेरी तो ये देख कर हालत ख़राब होगई । उस ओरत का मु साड़ी से ढाका हुआ था । में पीछे सरका और गिर गया बिस्तर पे । मेने जेसे तेसे खुद को संभाला और देखा तो वो ऑरत गायब होगई ।
मेने ये पूरी घटना माँ को बताई ।तो वो भी डर गई । फिर अगले दिन हम शादी में गए और फिर वहा से ही घर चले गये । ये कहानी केसी लगी ? कमेन्ट मस बताये। धन्यवाद।
अगर आपके साथ कुछ एसा अनुभव हुआ हो तो कम्मेन्ट में बताये ।
वहा रिश्तेदारों की संख्या कुछ जादा थी । तो रहेने के लिए जगा कम पड़ रही थी । तो मेरे मामा के दोस्त का एक बंगलो था । वहा पर हमारे रहेने की वेवस्ता की गई । मुझे बोहोत मजा आरह था उस घर में । हमने खाना खाया और में अपने कमरे में सोने चला गया ।
जब में सो रहा था तब अचानक कुछ अलग सा मेहेसुस हो रहा था । मतलब हवा कुछ ठण्ड होगी थी । और मुझे एसा लगा की कोई उस कमरे में मोजुद हे । मेने देखा पर कोई वहा दिखा नहीं ।
मेने फिरसे सोनेकी कोशीश की । फिर मुझे एसा महेसुस हो रहा था । तो फिर में उठा और देखा तो कोई ऑरत मेरे सामने कड़ी थी । मेरी तो ये देख कर हालत ख़राब होगई । उस ओरत का मु साड़ी से ढाका हुआ था । में पीछे सरका और गिर गया बिस्तर पे । मेने जेसे तेसे खुद को संभाला और देखा तो वो ऑरत गायब होगई ।
मेने ये पूरी घटना माँ को बताई ।तो वो भी डर गई । फिर अगले दिन हम शादी में गए और फिर वहा से ही घर चले गये । ये कहानी केसी लगी ? कमेन्ट मस बताये। धन्यवाद।
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